आखिर चीन, जापान और इटली ही तेजी से क्यों आए कोरोना वायरस की चपेट में?

आखिर चीन, जापान और इटली ही तेजी से क्यों आए कोरोना वायरस की चपेट में?

रोहित पाल

कोरोना वायरस जो कि चीन के वुहान शहर से फैला था। धीरे-धीरे इस वायरस ने लोगों में फैलना शुरू हो गया। कुछ दिनों बाद धीरे-धीरे इससे पीड़ित मरीजों को संख्या बढ़ती चली गयी। इसके बाद यह दुनिया के दुसरे देशों में भी फैलना शुरू हो गया। अब आलम यह है कि इससे 88 हजार से ज्यादा लोग दुनियाभर में इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं और करीब 3 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। अब कोरोना वायरस ने भारत में भी दस्तक दे दी है। यहां इसके 2 नए कंफर्म केस सामने आ चुके हैं। 1 केस दिल्ली में और दूसरा तेलंगाना में। इससे पहले भी केरल में कोरोना वायरस के 3 कंफर्म्ड केस सामने आए थे विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO ने कोरोना वायरस को अंतरराष्ट्रीय हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया है। दुनिया भर के लाखों लोगों को इस वायरस से इंफेक्टेड होने की वजह से निगरानी में रखा जा रहा है और वैज्ञानिक फिलहाल इस बीमारी और वायरस का इलाज खोजने की कोशिश में जुटे हैं।

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चीन में संक्रमण के करीब 80 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। चीन में 3 हजार से ज्यादा संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। चीन के बाद सबसे ज्यादा मौतें इटली और ईरान में दर्ज हुई है।. इटली में वायरस संक्रमण के 3,858 मामले सामने आए हैं। वहीं वायरस की चपेट में आकर 148 लोगों की मौत हो चुकी है।  इसके बाद ईरान का नंबर आता है। ईरान में संक्रमण के 3,513 मामले सामने आए हैं और वायरस से संक्रमित करीब 107 लोगों की मौत हो चुकी है।

आखिर चीन, जापान, इटली और ईरान ही इतनी ज्यादा तेजी से चपेट में क्यों आ रहे हैं?

अगर आप गौर करेंगे तो पाएंगे कि चीन,जापान या इटली में मरने वाले व्यक्तियों में बुजुर्गों की संख्या अधिक है। खासतौर वह लोग जिनकी उम्र 60 साल से ऊपर है। दरअसल हाल ही में एक स्टडी भी प्रकाशित हुई थी जिसमें भी यही बताया गया कि मरने वाले लोगों में 60 से अधिक उम्र के लोग ज्यादा हैं। इस स्टडी की रिपोर्ट चीन के जरनल Epidemiology में प्रकाशित की गई है। इस रिपोर्ट के अनुसार 11 फरवरी तक 44,672 कन्फर्म केस में से 1,023 लोगों की मौत हो गई, जो 2.3 फीसदी है। आंकड़ों के मुताबिक 60 साल से अधिक उम्र वाले लोगों की ज्यादा मौत हुई है, जो कुल संक्रमितों का 15 फीसदी है।

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आंकड़ों की बात करें तो 2018 के अंत तक चीन में 60 या उससे अधिक उम्र के 249 मिलियन की आबादी थी, जो किसी भी अन्य देश से बड़ी थी और राष्ट्रीय जनसंख्या का 17.9 प्रतिशत थी। इटली की लगभग 23 प्रतिशत आबादी 65 या इससे अधिक उम्र की है। वहीं जापान में कुल लगभग 35.57 मिलियन, आबादी का 28.1 प्रतिशत लोग 65 या अधिक उम्र के हैं। यही कारण है की वहां कोरोना वायरस की चपेट आने वालों की संख्या और इससे मरने वालों की संख्या अधिक है।

जैसा कि रिपोर्ट में बताया गया कि कोरोना वायरस से 60 साल के अधिक उम्र के लोगों को अधिक खतरा है। वहां की एक बड़ी आबादी बूढ़ी है यानी 60 साल से अधिक उम्र की है। इन देशों के तेजी से कोरोना वायरस की चपेट में आने का सबसे बड़ा कारण यही है, क्योंकि बुजुर्गों में बच्चों व जवानों की अपेक्षा इम्युनिटी पावर यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। इसलिए वे तेजी से इस वायरस की चपेट में आ जाते हैं। बुजुर्गों के शरीर में बच्चों व जवानों की अपेक्षा किसी वायरस से लड़ने की क्षमता कमजोर होती है। यही वजह है चीन, जापान और इटली में वायरस इतनी तेजी से फैला।

 

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